10% Agniveer Posts Reserve in CISF:- भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में 10 फीसदी पद आरक्षित करने का फैसला किया है। सीआईएसएफ इसको जल्द लागू करने वाला है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सुरक्षा विंग नियमों में संशोधन किया है। इसमें पूर्व अग्निवीरों के लिए बल में 10 फीसद आरक्षण की घोषणा की गई है। बता दें कि गृह मंत्रालय ने पहले बैच के लिए अधिकतम आयु सीमा में पांच साल तक की छूट भी अधिसूचित किया है।
गृह मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि, ‘पूर्व अग्निवीरों के पहले बैच के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु सीमा में पांच वर्ष तक की छूट होगी और 10 फीसदी रिक्तियां पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित होंगी। इसके साथ इनको शारीरिक दक्षता परीक्षा से भी छूट दी जाएगी। गृह मंत्रालय के अधीन सीआईएसएफ में लगभग 1,70,000 कर्मी सेवारत हैं। यह मुख्य रूप से 66 संवेदनशील और प्रमुख हवाई अड्डों, 14 बंदरगाहों, परमाणु और अंतरिक्ष संस्थानों, दिल्ली मेट्रो, गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और अन्य औद्योगिक इकाइयों को सुरक्षा प्रदान करता है। इसके अलावा बल 11 निजी प्रतिष्ठानों को भी सुरक्षा प्रदान करने में लगा हुआ है।
Agniveer Reservation in CISF & BSF पूर्व अग्निवीरों के लिए बड़ा एलान करते हुए सीआईएसएफ और बीएसएफ के प्रमुखों ने घोषणा की है कि उन्हें बलों में कांस्टेबल भर्ती में 10 फीसदी का आरक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा आयु सीमा और शारीरिक परीक्षण में भी छूट का प्रावधान किया जाएगा। आयु में पहले वर्ष में पांच साल के लिए है और अगले वर्ष में तीन साल की छूट होगी।
10% Agniveer Posts Reserve in CISF– Highlights
- पूर्व अग्निवीरों को सीआईएसएफ, बीएसएफ में मिलेगा 10 फीसदी आरक्षण।
- आयु सीमा और फिजिकल टेस्ट में भी छूट।
पूर्व अग्निवीरों के लिए बड़ी घोषणा की गई है, जिसके तहत सीआईएसएफ और बीएसएफ में 10 फीसदी सीटें उनके लिए आरक्षित रहेंगी। सीआईएसएफ और बीएसएफ के प्रमुखों ने गुरुवार को इसका एलान किया।उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के फैसले के अनुरूप संबंधित बलों में कांस्टेबलों के 10 फीसदी पद पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित किए जाएंगे। सीआईएसएफ महानिदेशक नीना सिंह ने कहा, ‘केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के संबंध में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिसके तहत सीआईएसएफ भी पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया तैयार कर रहा है।’
BSF में भी आरक्षण का ऐलान
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने कहा, “उन्हें चार साल का अनुभव मिला है। वे पूरी तरह से अनुशासित और प्रशिक्षित कर्मी हैं। यह बीएसएफ के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि हमें प्रशिक्षित सैनिक मिल रहे हैं। संक्षिप्त प्रशिक्षण के बाद, उन्हें सीमा पर तैनात किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि पूर्व अग्निवीरों की भर्ती से सभी सुरक्षा बलों को फायदा होगा। उन्होंने कहा, “हम उनकी तैनाती का इंतजार कर रहे हैं। प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें तैनात किया जाएगा। कुल रिक्तियों में से 10 प्रतिशत उनके लिए आरक्षित होंगे। उनके लिए आयु में भी छूट होगी। पहले बैच को पांच साल की छूट मिलेगी और बाद के बैच को तीन साल की छूट मिलेगी।”
अग्निपथ योजना पर उठ रहे बड़े सवाल
14 जून 2022 को घोषित अग्निपथ योजना 171/2 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को चार साल के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती करने के लिए शुरू की गई है I यह योजना हाल के दिनों में विवाद का एक गंभीर विषय रही है और विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद (सांसद) राहुल गांधी लगातार इसको लेकर सरकार पर हमलावर रहे हैं I विपक्ष की ओर से अग्निवीरों को भी सामान्य जवान की तरह सुविधाएं दिए जाने की मांग उठती रही है I अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को प्रशिक्षण अवधि सहित चार साल की सेवा के लिए भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना में शामिल किया जाता है I
जिनमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों के लिए बनाए रखने का प्रावधान है। सरकार ने बाद में ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया। कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल इस योजना को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि चार साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का क्या होगा, क्योंकि कुल भर्तियों में से केवल 25 प्रतिशत ही 15 साल तक बने रहेंगे। विभिन्न केंद्रीय सरकारी एजेंसी और विभागों ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की योजना की घोषणा पहले ही कर दी है।